क्या न डाले :
- खट्टे फल के छिलके जैसे नीम्बू व् संतरा आदि व् प्याज ना डाले , केचवे इनको पसंद नहीं करते
- छिलके आदि के बड़े टुकड़े ना डाले , ये देर से गलते हैं
- दूध से बनी चीजे न डाले
- पोलीथीन , प्लास्टिक व् रंगीन कागज जैसी अप्राकृतिक चीजे न डाले
- मांस मछली आदि
- चिकना भोजन
- टहनियाँ और शाखाए
क्या डाले :
- सब्जियों व् फलों के छिलके आदि
- खराब अनाज व् ब्रेड , रोटी
- अंडे के छिलके
- बिना चिकनाई का भोजन
- गला हुआ कागज
- कम्पोस्ट खाद ( शरू में )
- थोड़ी सी मिटटी
सावधानियां :
- केचुवे की खाद के डब्बे को सीधी धुप या रोशिनी में ना रखे , रोशिनी केचुए को बिलकुल पसंद नहीं होती
- केचुवे की खाद के डब्बे का तापमान १५- ३० डिग्री सेंटीग्रेट के बीच होना चाहिये
- केचुवे की खाद के डबबा हवादार होना चाहिये , इसके लिए नीचे से १५-२० सेंटीमीटर ऊपर १०-१२ छेद कर दे व् डब्बे के ढक्कन में भी १०-१२ बारीक़ छेद 1/8 " के कर दे
- डब्बे को कोकरोच व् मखियों से बचा कर रखे
प्रशन व् उत्तर :
प्रशन : केचुए कितने तेजी से बढते हैं
उत्तर : दो केचुए सही परिस्थितियों में एक साल में १० लाख तक बन जाते हैं
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